tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post5549627968855031464..comments2024-03-22T21:45:18.255-07:00Comments on डायरी के पन्नों से: अज्ञान ही एकमात्र बंधन हैAnitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-25980824871264258352012-06-24T09:34:31.565-07:002012-06-24T09:34:31.565-07:00आपने सच कहा सजगता न रहने से प्रफुल्लता खो जाती है।...आपने सच कहा सजगता न रहने से प्रफुल्लता खो जाती है। निर्मल वर्मा की रचना चीड़ों पर चांदनी पढ़ते हुए मुझे लगा कि मैं अपने परिवेश के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं हूँ जितने हमारे बड़े लेखक होते हैं। फिर सहसा मैं बाहर आया, एक पेड़ को देखा, उसमें सुंदर पीले फूल खिले थे, तब मुझे लगा कि सजग दृष्टि न होने से हम कितनी सुंदर वस्तुओं के आनंद से वंचित रह जाते हैं।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-67994183943515770202012-06-24T08:20:22.733-07:002012-06-24T08:20:22.733-07:00बहुत गहरी बात कही है अनीता जी ...
हमें स्वयं को ख...बहुत गहरी बात कही है अनीता जी ...<br /><br />हमें स्वयं को खुद की कसौटी पर कसना होगा, एक छोटा सा प्रमाद हमें अपने पथ से मीलों दूर कर देता है. मानव स्वतंत्र है ऐसा मानकर दुःख के काँटों में स्वयं को उलझा लेता है. अपनी स्वतंत्रता का गर्व ही बंधन बन जाता है तो मुक्ति कहाँ ? <br /><br />बहुत अच्छा लगा पढ़ना और विचार करनामुदिताhttps://www.blogger.com/profile/14625528186795380789noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-78760069024064724662012-06-24T05:10:37.212-07:002012-06-24T05:10:37.212-07:00बहुत सुंदर।बहुत सुंदर।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-8267428663872929062012-06-22T10:40:19.027-07:002012-06-22T10:40:19.027-07:00वाणी पर संयम न हो, अज्ञान को स्वीकार करने की क्षमत...वाणी पर संयम न हो, अज्ञान को स्वीकार करने की क्षमता न हो तो सत् हमारे जीवन से चला जाता है. <br />बहुत सुन्दरRamakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-39775214646693982352012-06-22T01:54:46.104-07:002012-06-22T01:54:46.104-07:00बहुत सुन्दर लेख.....ज्ञान से ही सारा अंधकार मिट सक...बहुत सुन्दर लेख.....ज्ञान से ही सारा अंधकार मिट सकता है ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-29582552829527792832012-06-21T23:31:48.495-07:002012-06-21T23:31:48.495-07:00बहुत सुन्दर ज्ञान वर्धक विचार अनीता जी सांझा करने ...बहुत सुन्दर ज्ञान वर्धक विचार अनीता जी सांझा करने के लिए हार्दिक आभारRajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-75760196650918112512012-06-21T22:23:13.550-07:002012-06-21T22:23:13.550-07:00यदि सजगता नहीं रही तो प्रफ्फुलता खो जाती है.
अच्...यदि सजगता नहीं रही तो प्रफ्फुलता खो जाती है. <br /><br />अच्छी प्रस्तुति,,,,,,,धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com