tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post7175099673088696287..comments2024-03-22T21:45:18.255-07:00Comments on डायरी के पन्नों से: मन लहर आत्मा सागर Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-27252741412574622662012-10-15T02:11:03.098-07:002012-10-15T02:11:03.098-07:00इस ज्ञान में स्थित हैं तो कोई भय प्रतीत नहीं होता,...इस ज्ञान में स्थित हैं तो कोई भय प्रतीत नहीं होता, कोई भी इच्छा बांधती नहीं.....बहुत ही सुन्दर इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-78272816825156192312012-10-13T21:39:51.696-07:002012-10-13T21:39:51.696-07:00परमानंद तो साक्षीभाव में ही निवास करता है।सुंदर व ...परमानंद तो साक्षीभाव में ही निवास करता है।सुंदर व ज्ञानप्रद लेखन।देवेंद्रhttps://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-5281854982954363282012-10-12T08:53:45.314-07:002012-10-12T08:53:45.314-07:00सागर में निरंतर लहरें उठती-गिरती हैं, तट से टकरा क...सागर में निरंतर लहरें उठती-गिरती हैं, तट से टकरा कर लौट जाती हैं, तट पर बैठा व्यक्ति उन्हें देखता है, उनसे पृथक रहकर वह उन्हें अनुभव करता है वैसे ही हमारे मन-सिंधु में निरंतर सुख-दुःख की लहरें आती-जाती हैं,<br /><br /> ज्ञानवर्धक Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-51284091834237046342012-10-12T06:03:35.339-07:002012-10-12T06:03:35.339-07:00अनुपमा जी, सदा जी, मीनाक्षी जी, अरुण जी व रश्मि जी...अनुपमा जी, सदा जी, मीनाक्षी जी, अरुण जी व रश्मि जी तथा हीर जी आप सभी का स्वागत व आभार !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-59392813437440439102012-10-12T06:02:06.906-07:002012-10-12T06:02:06.906-07:00वाह ! अति सुंदर भाव !वाह ! अति सुंदर भाव !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-14993238349870864692012-10-12T05:11:42.387-07:002012-10-12T05:11:42.387-07:00आत्मारूपी सागर से मन की लहरें ही प्रभु के पग पखारत...आत्मारूपी सागर से मन की लहरें ही प्रभु के पग पखारती हैं रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-20736527349433391882012-10-12T05:03:27.272-07:002012-10-12T05:03:27.272-07:00वह द्रष्टा है और स्रष्टा भी वही है.
अनुपम भाव वह द्रष्टा है और स्रष्टा भी वही है.<br />अनुपम भाव सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-42162600840151208702012-10-12T03:55:51.363-07:002012-10-12T03:55:51.363-07:00सुन्दर ज्ञानवर्धक पोस्ट |सुन्दर ज्ञानवर्धक पोस्ट |Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-14686062279445323722012-10-12T01:09:50.843-07:002012-10-12T01:09:50.843-07:00पूर्वोतर के रचनाकारों के लिए आमंत्रण
-------------...पूर्वोतर के रचनाकारों के लिए आमंत्रण<br />---------------------------------------------<br />मित्रो .....<br />हमारे देश के पूर्वोत्तर राज्यों में भी हिन्दी साहित्य प्रचुर मात्रा में लिखा जा रहा है। यहाँ प्रतिभा की कमी नहीं है। यहाँ के नई पुरानी पीढ़ी के हिन्दी रचनाकार देश के किसी भी हिन्दीभाषी रचनाकारों से कम नहीं ...जरुरत है उन्हें एक मंच देने की, उन्हें सामने लाने की ...। इसी सोच के साथ बोधि प्रकाशन इन र<br />चनाकारों के लिए एक काव्य संग्रह का प्रकाशन करने जा रहा है। संग्रह में शामिल किए जाने हेतु पूर्वोत्तर राज्यों के निवासी रचनाकार मित्रों से काव्य रचनाएं सादर आमंत्रित हैं। इस संग्रह का संपादन करेंगी पूर्वोत्तर की जानी-मानी रचनाकार हरकीरत 'हीर'।<br />कृपया स्त्री विमर्श पर आधारित अपनी दो, तीन रचनायें, संक्षिप्त परिचय और तस्वीर के साथ मेल करें ...<br />harkirathaqeer @gmail .com<br />bodhiprakashan@gmail.com<br /><br />किसी प्रकार की जिज्ञासा होने पर हरकीरत हीर जी से इस नंबर पर संपर्क किया जा सकता है-<br />09864171300हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-52682884694045669452012-10-11T22:40:01.744-07:002012-10-11T22:40:01.744-07:00बहुत सुंदर भाव ...!!
शुभकामनायें ....!!बहुत सुंदर भाव ...!!<br />शुभकामनायें ....!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-34733226272146090282012-10-11T22:20:40.883-07:002012-10-11T22:20:40.883-07:00बढ़िया रचना है अनीता जी कभी यहाँ भी पधारें www.aru...बढ़िया रचना है अनीता जी कभी यहाँ भी पधारें www.arunsblog.inअरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.com