tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post1404469325665445913..comments2024-03-22T21:45:18.255-07:00Comments on डायरी के पन्नों से: सागर में उठती लहरें जब Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-72525107077052110672014-03-27T03:43:52.089-07:002014-03-27T03:43:52.089-07:00ज्ञान का अंत भक्ति में ही है. भक्ति का अर्थ है अपन...ज्ञान का अंत भक्ति में ही है. भक्ति का अर्थ है अपने आप में रहना, कोई कामना नहीं, कोई उद्वेग नहीं, कोई विक्षेप नहीं, मन की वह अवस्था ही ईश्वर की निकटता की अवस्था है.<br /><br />सुन्दर पोस्ट ज्ञान कपाट खोलती हुई पोस्ट शुक्रिया आपकी सादर टिप्पणियों का। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-19340096171244242202014-03-25T23:21:28.301-07:002014-03-25T23:21:28.301-07:00भक्ति का अर्थ है अपने आप में रहना, कोई कामना नहीं,...भक्ति का अर्थ है अपने आप में रहना, कोई कामना नहीं, कोई उद्वेग नहीं, कोई विक्षेप नहीं, मन की वह अवस्था ही ईश्वर की निकटता की अवस्था है....Rahul...https://www.blogger.com/profile/11381636418176834327noreply@blogger.com