tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post4284042955092115819..comments2024-03-22T21:45:18.255-07:00Comments on डायरी के पन्नों से: योग सधेगा जब जीवन में Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-32788696421712948482017-03-09T02:54:18.686-08:002017-03-09T02:54:18.686-08:00स्वागत व आभार राहुल जी !स्वागत व आभार राहुल जी !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-10590505305582446932017-03-09T02:21:10.199-08:002017-03-09T02:21:10.199-08:00योग का साधक वही तो हो सकता है जिसके भीतर स्वयं के ...योग का साधक वही तो हो सकता है जिसके भीतर स्वयं के पार जाने की आकांक्षा जगी हो, जो स्वयं से ही संतुष्ट नहीं हो गया है, जो जानता है कि उसके पास उन सवालों के जवाब नहीं है जो इस जगत को देखकर उसके मन में उठते हैं. <br /><br />अति सुन्दर। Rahul...https://www.blogger.com/profile/11381636418176834327noreply@blogger.com