tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post5701355244256897697..comments2024-03-22T21:45:18.255-07:00Comments on डायरी के पन्नों से: नष्टो मोहा स्मृति लब्ध्वा...Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-10589918212101600672018-06-27T22:30:44.715-07:002018-06-27T22:30:44.715-07:00अद्भुत है ज्ञान धन्यवाद जी 🙏अद्भुत है ज्ञान धन्यवाद जी 🙏हरि: शरणम्https://www.blogger.com/profile/04332104987970473419noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-28569775394053728112014-11-03T23:40:38.379-08:002014-11-03T23:40:38.379-08:00सत्य और सुंदर वचन वीरू भाई ! आभार !सत्य और सुंदर वचन वीरू भाई ! आभार !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-16501992258868062422014-11-03T23:39:54.938-08:002014-11-03T23:39:54.938-08:00जीवन तो निरंतर चलने वाली साधना का नाम है शकुंतला ज...जीवन तो निरंतर चलने वाली साधना का नाम है शकुंतला जी, मन भी कब तक भागेगा एक न एक दिन तो थक कर शरण में आ ही जायेगा...तब तक प्रार्थना ही हमारा आश्रय है Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-28695998420618805562014-11-01T20:53:18.931-07:002014-11-01T20:53:18.931-07:00 अनमोल - वचन । अनिता जी ! जीवन को दिशा देने के अनू... अनमोल - वचन । अनिता जी ! जीवन को दिशा देने के अनूठे मँत्र आप निरन्तर दे रही हैं पर मन है कि प्रलोभन की ओर ही जाने की ज़िद करता रहता है । बताइए अब क्या करें ?शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/01128062702242430809noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-26447208169168412312014-11-01T09:53:57.699-07:002014-11-01T09:53:57.699-07:00मेरे दुखों का कारण ही अज्ञान है इग्नोरेंस है। ज्ञा...मेरे दुखों का कारण ही अज्ञान है इग्नोरेंस है। ज्ञान स्वरूप नित्य आनंद स्वरूप मैं अपने आपको सीमित द्रव्य शरीर मानता हूँ यही मेरी सबसे बड़ी भूल है। मैं सर्वव्यापी चेतना हूँ। देअर इज़ आनली वन एंड वन कोशशन्सनेस एंड नो सेकिण्ड ,कोशशन्सनेस विच इज़ आल परवेडिंग इनफाईनाइट ब्लिस।<br /><br /> सत्यम ज्ञानम् अनन्तं <br /><br /> डेट इज़ मी। आईऍम इन्फाईनाइट ब्लिस एंड आल नॉलिज। सुन्दर पोस्ट। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8731113679380035272.post-17342137817547450762014-11-01T08:07:32.068-07:002014-11-01T08:07:32.068-07:00बिलकुल सच कहा है..अपने आप को पहचानना ही सबसे बड़ा ज...बिलकुल सच कहा है..अपने आप को पहचानना ही सबसे बड़ा ज्ञान है...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.com