Sunday, July 21, 2013

शुभ संकल्प जगे हर अंतर

नवम्बर २००४ 
यदि हमें अपने परिवेश के प्रति सामंजस्य बनाये रखना है, अपने आस-पास के वातावरण को प्रेम की महक से भरना है, मन को समता में रखना है तो अपने स्वभाव को परखना होगा, उसे बदलने का संकल्प लेना होगा. संकल्प यदि गहरी श्वास के साथ लिया जाये तो अधिक प्रभावशाली हो जाता है. रात को सोने से पूर्व भी यदि कोई संकल्प लेकर सोयें तो वह अंतर में गुंजित होता रहता है. प्रेम, शांति, प्रसन्नता आदि ऐसे उपहार हैं जो बाटंने से ही मिलते हैं. सद्गुरु के प्रति अपार प्रेम का अनुभव जब भीतर होता है तो मन, प्राण व अंतरतम तृप्त हो जाते हैं.

7 comments:

  1. अपने आस-पास के वातावरण को प्रेम की महक से भरना है, मन को समता में रखना है तो अपने स्वभाव को परखना होगा, उसे बदलने का संकल्प लेना होगा....
    so nice...

    ReplyDelete
    Replies
    1. स्वागत व आभार राहुल जी

      Delete
  2. आपकी इस शानदार प्रस्तुति की चर्चा कल मंगलवार २३/७ /१३ को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहां हार्दिक स्वागत है सस्नेह ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत बहुत आभार राजेश जी

      Delete
  3. मुख कस्तूरी महमही ,वाणी फूटी वास !

    ReplyDelete
    Replies
    1. कृपा गुरु की जब हुई, पूरी हो सब आस

      Delete
  4. सार्थक चिंतन ... गहरी सांस के साथ लिया संकल्प ...

    ReplyDelete