जुलाई २०१६
एक बार एक व्यक्ति एक संत के पास गया अपने जीवन की
परेशानियाँ कहीं और उनसे शांति का मार्ग पूछा. संत ने कहा, ध्यान ! उस व्यक्ति ने कहा एक शब्द में आपने
मेरे इतने सारे सवालों का जवाब दे दिया, कुछ और कहें, संत ने दो बार कहा, ध्यान,
ध्यान. पुनः उस व्यक्ति ने कहा, विस्तार से कहें. संत ने तीन बार कहा, ध्यान,
ध्यान, ध्यान. ध्यान से ही सजगता आती है. असजगता ही दुःख है और सजगता ही सुख है.
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