कल योग दिवस है. देश और
दुनिया भर में इसकी तैयारियां हो रही हैं. योग के अनगिनत लाभ जो पहले कुछ ही लोगों
तक सीमित थे आज सबके लिए उपलब्ध हैं. योग की बहती गंगा में जो भी चाहे डुबकी लगा
ले और अपने लिए आवश्यक वरदान को पा ले. वाकई योग कल्पतरु की तरह है, इसके नीचे बैठ
कर आप जो भी पाना चाहते हैं, मिल सकता है. शारीरिक स्वास्थ्य व सौन्दर्य हो या
मानसिक सबलता और स्थिरता या आत्मिक सुख और शांति, ये सभी नियमित योग साधना करने
वाले को सहज ही प्राप्त होते हैं. योग एक व्यायाम नहीं एक संतुलित जीवनचर्या का
नाम है. बचपन से ही यदि बच्चों को योग सिखाया जाये तो वे भावनात्मक रूप से कमजोर
नहीं रहेंगे, अपने भीतर एक शक्ति का अहसास उन्हें जीवन की किसी भी परिस्थिति का
सामना करने के लिए प्रेरित करता रहेगा. भारत की इस अमूल्य संपदा का जितना अधिक
प्रसार व प्रचार दुनिया में होगा, लोग उतना अधिक आत्मीयता का अनुभव करेंगे और 'वसुधैव
कुटुम्बकम' का ऋषियों का स्वप्न साकार होता नजर आएगा.
बहुत बहुत आभार !
ReplyDeleteबच्चो में और बड़ों में ध्यान केंद्रित करने में भी योग बहुत मदद करता हैं , साथ ही तनावों से लड़ने में भी |
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