१० जुलाई २०१७
योग साधना का उद्देश्य है मोक्ष, अर्थात सारे दुखों से मुक्त हो जाना. जब तक जीवन
में एक भी दुःख है, हम बंधे हैं, समस्या छोटी हो या बड़ी..मन को स्वयं तक केन्द्रित
रखती है. किसी के जीवन में एक भी समस्या न हो ऐसा होना तो सम्भव ही नहीं है, हाँ
यह हो सकता है कोई उनके प्रति सजग ही न हो. जीवन में दुःख है, पहले तो यह
स्वीकारना होगा, मन यदि किसी भी बात पर उलझन महसूस करता है तो इसका अर्थ है वह
बंधा है. योग हमें संवेदनशील बनाता है, भीतर जाकर ही पता चलता है मन कैसे बंधता है
और फिर उसे खोलने के उपाय भी भीतर ही मिलते हैं.
आदर्श वचन ।
ReplyDeleteस्वागत व आभार अमृता जी !
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